सैन भक्तिपीठ का मुख्य कार्य क्षेत्र

1. संत शिरोमणि सैनजी महाराज के व्यक्तित्व-कृतित्व के विषय को वैज्ञानिक स्वरूप में व्यवस्थित करना| इसके लिए पृथक से शोध-प्रकल्प संचालित है|
2. सैनजी महाराज के साहित्य को प्रकाशित एवं प्रसारित करना| इसके लिए भक्तिपीठ का प्रमुख सामाजिक पत्रक सैन भक्तिपीठ संदेश का प्रकाशन किया जाता है|
3. भक्तिपीठ पीठाधीश्वर श्री सैनाचार्यजी की पद प्रतिष्ठा में श्रीवृद्धि करना|
4. सम्पूर्ण सैन समाज को भक्तिपीठ से संबंध करने की दृष्टि से सदस्यता अभियान अनवरत जारी रखना|
5. सैनजी महाराज के देवालयों, सेवालयों व धर्म स्थलों के विकास विस्तार हेतु प्रेरित करना|
6. समाज में शैक्षिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक चेतना उत्पन्न करना|
7. व्यसनमुक्त समाज के विचार को राष्ट्रीय स्तर पर साकार करना|
8. रोग निदान शिविरों का आयोजन कर जनस्वास्थ्य के प्रति जागृति पैदा करना|
9. महाकुम्भ पर्व के अवसर पर अन्नक्षेत्र-संतसेवा शिविर आयोजित कर सेवा भाव जनप्रिय बनाना|
10. युवा वर्ग को सेवाभाव एवं सामाजिक सद्भाव के लिए प्रेरित करना|
11. राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित कर सामाजिक सुधार के लिए जन चेतना पैदा करना एवं विभिन्न संगठनों में संबंध स्थापित करना|
12. मातृशक्ति जागरण के लिए प्रयत्न करना|
13. समाज को अपने गौरवपूर्ण इतिहास के स्वाभिमानयुक्त तथ्यों से अवगत करवाकर संस्कार निर्मित करना|
14. सामुदायिक समरसता एवं राष्ट्रभाव का चिंतन विकसित करना|
15. सैन समाज के प्रमुख धर्म स्थलों एवं ऐतिहासिक पावन स्थलों के लिए तीर्थयात्राएं आयोजित कर वानप्रस्थीगण को समाज सेवा हेतु समर्पित होने को प्रेरित करना|